इतिहास

History

कैंची धाम और महाराज-जी की कहानी

1900

महाराज-जी का जन्म

लक्ष्मण नारायण शर्मा (नीम करौली महाराज) का जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर में हुआ था।

1920s

साधु बनना

महाराज-जी ने घर छोड़ दिया और एक wandering sadhu बन गए। वो हर जगह घूमते रहे और लोगों को भगवान का नाम सिखाते रहे।

1962

कैंची धाम की स्थापना

नीम करौली महाराज और उनके शिष्य पूर्णानंद जी महाराज ने कैंची धाम आश्रम बनाया।

1970s

अंतर्राष्ट्रीय पहचान

Apple के co-founder Steve Jobs यहाँ आए और इससे आश्रम को दुनिया भर में पहचान मिली।

1973

महासमाधि

नीम करौली महाराज ने अपना शरीर छोड़ दिया, लेकिन उनकी spiritual energy आज भी यहाँ है।

2015

Mark Zuckerberg की यात्रा

Facebook के founder Mark Zuckerberg भी यहाँ आए और उन्हें बहुत शांति मिली।

आज

लाखों भक्त

हर साल लाखों लोग यहाँ आते हैं और महाराज-जी का आशीर्वाद लेते हैं।

महाराज-जी की विरासत

भक्ति

महाराज-जी ने लाखों लोगों को भगवान की भक्ति का रास्ता दिखाया।

वैश्विक प्रभाव

उनकी सीख दुनिया भर में फैली और लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी।

शांति

आज भी कैंची धाम में उनकी divine energy महसूस होती है।