कैंची धाम

Kainchi Dham

कैंची धाम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित एक बहुत ही पवित्र आश्रम है। यह आश्रम सन 1962 में नीम करौली महाराज और उनके शिष्य पूर्णानंद जी महाराज ने बनाया था। यहाँ का नाम "कैंची" इसलिए पड़ा क्योंकि यहाँ जाने वाली सड़क पर दो बहुत तेज मोड़ हैं जो कैंची (scissors) की तरह दिखते हैं। आज यहाँ दुनिया भर से लाखों लोग आते हैं peace और spiritual energy के लिए।

कैंची धाम क्या है?

कैंची धाम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक बहुत ही पवित्र आश्रम है। यहाँ का नाम "कैंची" इसलिए पड़ा क्योंकि यहाँ जाने वाली सड़क पर दो बहुत तेज मोड़ हैं जो कैंची (scissors) की तरह दिखते हैं।

यह आश्रम सन 1962 में नीम करौली महाराज और उनके शिष्य पूर्णानंद जी महाराज ने बनाया था। आज यहाँ दुनिया भर से लोग आते हैं peace और spiritual energy के लिए।

कैंची धाम की खास बातें

पवित्र मंदिर

यहाँ भगवान हनुमान जी और दूसरे देवताओं के मंदिर हैं जो बहुत ही शांति देते हैं।

प्रकृति की गोद में

यहाँ हरे-भरे जंगल और कोसी नदी के किनारे बहुत ही सुंदर जगह है meditation के लिए।

शांति का स्थान

यहाँ आकर लोगों को बहुत शांति मिलती है और उनकी सभी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं।

दिव्य उर्जा

यहाँ महाराज-जी की divine energy आज भी महसूस होती है और सभी को आशीर्वाद मिलता है।

कैंची धाम का इतिहास

1962 - आश्रम की स्थापना

नीम करौली महाराज ने अपने शिष्य पूर्णानंद जी महाराज के साथ मिलकर इस आश्रम को बनाया था। यह जगह बहुत ही शांत और पवित्र थी इसलिए महाराज-जी ने यहाँ आश्रम बनाने का फैसला किया।

1970s - अंतर्राष्ट्रीय पहचान

जब Apple के co-founder Steve Jobs यहाँ आए तो इस आश्रम को दुनिया भर में पहचान मिली। बाद में Facebook के founder Mark Zuckerberg भी यहाँ आए।

आज - लाखों भक्त

आज हर साल लाखों लोग यहाँ आते हैं। 15 जून को यहाँ बहुत बड़ा मेला लगता है जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं।

कैंची धाम में क्या करें?

मंदिर में पूजा करें

Pray at the temple

ध्यान करें

Meditate peacefully

आशीर्वाद लें

Receive blessings